राष्ट्रीय भ्रष्टाचार नियंत्रण एवं जन कल्याण संगठन के झारखंड प्रदेश प्रतिनिधिमंडल ने चक्रधरपुर फ्लाईओवर में लगातार बढ़ती दुर्घटनाओं के रोकथाम हेतु इस पर सीसीटीवी कैमरे, स्पीड लिमिट के साइन बोर्ड, ट्रैफिक चिह्न, सड़क के बीच स्थित मार्किंग पर पतला परमानेंट बैरिकेड (माइल्ड स्टील) / डिवाइडर लगाने एवं फ्लाईओवर के एक तरफ हमेशा खड़ी गाड़ियों पर रोक लगाने के संबंध में पश्चिमी सिंहभूम जिला उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपा है। जिसमें कहा गया है कि चक्रधरपुर रेलवे फ्लाईओवर बढ़ती दुर्घटनाओं के कारण लगातार सुर्खियों में बना हुआ है । कानून प्रवर्तन की समस्या तथा यातायात नियमों का उल्लंघन दुर्घटनाओं के प्रमुख कारण हैं । इसके रोकथाम हेतु स्पीड लिमिट के साइन बोर्ड, ट्रैफिक चिह्न, सड़क के बीच स्थित मार्किंग पर पतला परमानेंट बैरिकेड (माइल्ड स्टील) / डिवाइडर लगाना आवश्यक है । फ्लाईओवर के एक तरफ हमेशा खड़ी
गाड़ियों के कारण ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है इस पर रोक लगे । इसके अलावा तेज रफ्तार से चलती गाड़ियां घटना को अंजाम देकर चली जाती है। उचित निगरानी के कमी के कारण अपराधी का पता तक नहीं चल पाता है। इसलिए निगरानी हेतु फ्लाईओवर में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएँ और कैमरों पर निगरानी हेतु कर्मियों की नियुक्ति हो जो फ्लाईओवर की गतिविधियों पर नजर रखे और जितनी जल्दी हो सके फ्लाईओवर हादसों की जाँच के लिए कमिटी गठित कर जाँच की रिपोर्ट सौंपे । संगठन के झारखंड प्रदेश प्रतिनिधिमंडल के रूप में मुख्य रूप से अखिलेश कुमार सिंह (झारखण्ड प्रदेश महामंत्री, युवा)
गजेन्द्र नाथ चौहान (आईटी सेल, झारखण्ड प्रदेश को-ऑर्डिनेटर, युवा)
बसंत महतो (कोल्हान महामंत्री, युवा)
सिद्धार्थ मोदक (झारखण्ड प्रदेश मंत्री, लीगल सेल)
उमेश मोदक (कोल्हान प्रमण्डलीय मीडिया प्रभारी, युवा) उपस्थित थे।