उनमें एक घायल गोरख साह (डीलर)की चिकित्सा के दौरान मौत
पश्चिम चम्पारण जिला अंतर्गत नरकटियागंज प्रखण्ड के शिकारपुर थाना क्षेत्र के बिनवलिया गांव में भूमि विवाद में भाइयों के हिंसक संघर्ष में एक की मौत की खबर मिली है। उल्लेखनीय है कि विगत 13 जून 21 को बिनवलिया गांव में भूमि विवाद को लेकर दो पक्षों में हिंसक संघर्ष हुआ, जिसमें आधा दर्जन लोग घायल हुए, उनमें घायल 55 वर्षीय गोरख साह की मौत शनिवार 26 जून 21 की अहले सुबह हो गई। इसको लेकर दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते हुए शिकारपुर थाना में
प्राथमिकी दर्ज कराया था। अब गोरख साह की मौत के बाद समझौता को लेकर अस्पताल से लेकर थाना तक हाइ वोल्टेज ड्रामा चलता रहा।। अंततोगत्वा पुलिस ने शव को कब्ज़ा में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बेतिया भेज दिया। मृतक के पुत्र ने प्राथमिकी दर्ज कराया। शिकारपुर पुलिस मामले की विस्तृत जाँच में जुटी है। ग्रामीणों के अनुसार थोड़ी सी भूमि के लिए दोनों भाई एक-दूसरे के खून के प्यासे बने रहे। बिनवलिया गांव के गोरख साह जविप्र दूकानदार रहे, दोनों भाई के बीच कई बार मारपीट कर चुके है। कई बार पंचायती के माध्यम से दोनों को समझा-बुझाकर मामला शांत करा दिया जाता रहा, अलबत्ता विगत 13 जून 21 को दोनों पक्षों के बीच हुए हिंसक झड़प में गोरख साह गंभीर रुप से घायल हो गया।
जिसका प्राथमिक उपचार नरकटियागंज अनुमण्डल अस्पताल में हुआ, स्थिति गंभीर होने के बाद उन्हें जीएमसीएच बेतिया रेफर कर दिया गया। वहां से रेफर होने के बाद गोरखपुर के निजी अस्पताल में उनका ईलाज चलता रहा, वहाँ से शुक्रवार की रात वो घर लौट गए। उनके बिनवलिया स्थित घर में शनिवार की सुबह अचानक तबियत बिगड़ी और जब परिजन उन्हें लेकर नरकटियागंज अनुमण्डल अस्पताल पहुंचे तो चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मृतक की पुत्र ने बताया कि जीवन व मृत्यु से जूझते गोरख साह से गाँव के कुछ लोगों ने जबरन पंचायती के लिए कोरा कागज पर हस्ताक्षर करा लिया। लगातार साजिश कर मामले को दबाने की कोशिश की गई। पीडिएस दुकानदार के मौत के बाद अस्पताल परिसर परिजनों के चीत्कार से दहल गया। 13 जून 21 की झड़प में दोनों पक्षों से दर्ज प्राथमिकी में आधा दर्जन लोग घायल हुए। 13 जून 21 को गोरख साह और पारस साह की हिंसक झड़प में गोरख साह, उनकी पत्नी निर्मला देवी, पुत्र रंजन कुमार, मृत्युंजय साह गंभीर रूप से घायल हुए, जबकि दूसरे पक्ष में पारस साह, उनकी पत्नी सोना देवी, दामाद संजय साह, बेटी गायन्ति देवी घायल हुयी। अन्य कई लोगों का ईलाज बेतिया स्थित जीएमसीएच में चला। ग्रामीणों के हवाले से गोरख साह मृत्यु प्रकरण में पुलिस की कार्यशैली चर्चा व संदेह के घेरे में है। विगत 13 जून 21 की घटना के बावजूद पुलिस ने अभी तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की है। सूत्र बताते है कि गोरख साह की मौत होने पर अब मामला ने तूल पकड़ लिया है और आरोपी घर छोड़कर फरार हो गए है। शिकारपुर थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार गुप्ता के हवाला से बताया गया है कि मृतक गोरख साह के पुत्र ने प्राथमिकी दर्ज कराया हैं, पुलिस अनुसंधान कर रही है।