*पूरे देश में गणतंत्र दिवस के मौके पर खुशी का माहौल है. सभी देशवासी 72वां गणतंत्र दिवस मनाने की तैयारियों से जोरों-शोरों से जुटे हुए हैं. यह गणतंत्र दिवस इसलिए भी खास है, क्योंकि कोरोना महामारी के कारण लंबे समय से जन-जीवन प्रभावित रहा है. कोरोना महामारी का प्रभाव कम होने के कारण अब सभी स्कूल खुलना शुरू हो गए हैं. बच्चे और शिक्षक सभी स्कूलों के खुलने को लेकर उत्साहित हैं. गणतंत्र दिवस के मौके पर यह उत्साह दोगुना हो गया है. सभी शिक्षण संस्थानों में हर साल गणतंत्र दिवस के मौके पर कई तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है. Essay Writing की प्रतियोगिता को लेकर भी बच्चे बहुत उत्साहित रहते हैं*
*भारत में पहला गणतंत्र दिवस 26 जनवरी, 1950 को मनाया गया था. 26 जनवरी के दिन ही हमारे देश का संविधान लागू हुआ था. इसी दिन भारत एक स्वतंत्र गणराज्य के रूप में स्थापित हुआ. साल 1950 में भी इसे 26 जनवरी के दिन इसलिए मनाया गया था, क्योंकि 26 जनवरी, 1929 के दिन ही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारतीय स्वराज की घोषणा की थी. यह दिन कई मायनों में ऐतिहासिक है. भारत के संविधान को बनने में 2 साल, 11 महीने और 18 दिनों का समय लगा था.*
*भारतीय संविधान से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें*
संविधान की मूल प्रति हस्तलिखित थी, जो कि प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने लिखी थी. इस संविधान को हाथ से लिखने में कुल छह महीनों का समय लगा था. जब संविधान लागू हुआ, तब इसमें कुल 395 लेख, 8 अनुसूचियां निहित थीं और यह संविधान 22 भागों में बंटा हुआ था. संविधान की निर्माण समिति में कुल 284 सदस्य थे.
इस बार का गणतंत्र दिवस भारतीय इतिहास का 72वां गणतंत्र दिवस होगा. गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत की राजधानी दिल्ली में इंडिया गेट से लेकर राजपथ तक परेड निकाली जाती है. इस परेड में भारत की तीनों सेनाएं- थल सेना, जल सेना और वायु सेना भी भाग लेती हैं. दिल्ली के साथ अन्य राज्यों की राजधानियों में भी परेड का आयोजन किया जाता है. भारत में गणतंत्र दिवस की पहली परेड साल 1955 में दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में आयोजित की गई थी.
*हम NCCHWO की, तरफ, से सभी देशवासियों को शुभकामनाएं देते है, और सबसे आशा, करते है कि हमारा देश हिमालय की तरह गौरव से ऊंचा ही खडा रहे, देश की एकता अखंडता बनी रहे, ताकि हमारा देश निरंतर विकास की तरफ अग्रसर रहे।*
*राष्ट्रीय मुख्य सचिव*