1. 25 नवंबर को महिलाओं
के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है। एनसीसीएचडब्ल्यूओ कर्नाटक ने किसी भी अप्रिय हिंसक घटना से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए महिलाओं को तैयार करने के लिए एक आत्मरक्षा तकनीक शिविर आयोजित करके इस दिन को मनाने का फैसला किया। कार्यक्रम का आयोजन एनसीसीएचडब्ल्यूओ मैसूर अध्यक्ष, सीडी सेल, डॉ सोनिया मंडपा द्वारा किया गया था, जिसे आगे सुश्री दीपा किशन, अध्यक्ष कोडागु जिला द्वारा समन्वित किया गया था। विद्यावर्दाका के रोटारैक्ट क्लब और मैसूर वेस्ट के रोटरी क्लब से सक्रिय समर्थन लिया गया। वीवीसीई के प्राचार्य, डॉ बी सदाशिव गौड़ा ने 25 नवंबर 2011 को अपने कॉलेज परिसर में कार्यक्रम आयोजित करने की सहमति दी।
2. कार्यक्रम का उद्देश्य महिला छात्रों को आत्मरक्षा तकनीकों का मुफ्त प्रशिक्षण प्रदान करना था। डॉ सुधा, एमओजीएस ने मूल्य प्रणाली और समाज में महिलाओं द्वारा निभाई गई रचनात्मक भूमिका पर बहुमूल्य सुझाव देकर समारोह की शुरुआत की। आत्मरक्षा कक्षाओं का संचालन अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग के कोच और एनसीसीएचडब्ल्यूओ कर्नाटक के अध्यक्ष, डॉ वसंत पूवैया द्वारा किया गया था, जिन्हें मांड्या के श्री मनु द्वारा विधिवत सहायता प्रदान की गई थी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में डीसीपी क्राइम एंड ट्रैफिक मैसूर, श्रीमती गीता प्रसन्ना ने शिरकत की।
3. यह बताया गया कि एनसीसीएचडब्ल्यूओ द्वारा सभी स्वयंसेवी महिलाओं के लिए ऐसी निःशुल्क कक्षाएं चलाई जाएंगी, ताकि जरूरत पड़ने पर महिलाओं को अपनी रक्षा करने के लिए सशक्त बनाया जा सके। डॉ वसंता ने कहा कि अधिक से अधिक महिलाओं को एनजीओ में सदस्य के रूप में लेने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक महिला उन्मुख कार्यक्रम आयोजित किए जा सकें। मुख्य अतिथि ने कार्यक्रम के अभिनव संचालन की सराहना की। उन्होंने कहा कि एनसीसीएचडब्ल्यूओ सभी क्षेत्रों में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए ईमानदारी से काम कर रही है। इस कार्यक्रम में भी यह स्पष्ट था, क्योंकि अधिकांश आयोजन महिलाओं द्वारा ही आयोजित और संचालित किए जाते थे। डॉ वसंता और डॉ सोनिया मंडपा को एक कार्यक्रम के लिए बधाई दी गई, जो महिलाओं के सशक्तिकरण का एक सच्चा संकेतक है। इस तरह के प्रयासों से हमारी महिलाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी, जैसा कि टोक्यो ओलंपिक और 2021 में आयोजित विश्व शूटिंग चैंपियनशिप में साबित हुआ। कार्यक्रम का समापन हमारे राष्ट्रगान के गायन के साथ हुआ।
राष्ट्रीय मुख्य सचिव, चेयरमैन, अध्यक्षा, प्रशासक और अन्य राष्ट्रीय कमेटी ने श्री बसथां साहब की खूब सराहना की।